पिज्जा डिलिवरी जैसे चल रहा सेक्स रैकेट
वॉट्सऐप पर एक डॉट भेजिए और लड़कियों की फोटो हाजिर, घर होटल कहीं भी आने को तैयार
पिछले हफ्ते देश में एक बड़े ऑनलाइन सेक्स रैकेट का पर्दाफाश हुआ। इस रैकेट ने पिछले 3 साल में 14, 190 लड़कियों को जिस्मफरोशी में धकेला था। पुलिस ने 18 लोगों को गिरफ्तार किया और सैकड़ों लड़कियां रेस्क्यू की गईं।
पिछले हफ्ते देश में एक बड़े ऑनलाइन सेक्स रैकेट का पर्दाफाश हुआ। इस रैकेट ने पिछले 3 साल में 14, 190 लड़कियों को जिस्मफरोशी में धकेला था। पुलिस ने 18 लोगों को गिरफ्तार किया और सैकड़ों लड़कियां रेस्क्यू की गईं।
ये लडकियां आती कहां से हैं?
ऐसे सेक्स रैकेट के खिलाफ लगातार काम कर रहीं साइबराबाद की DCP कविता दारा ने बताया...
- ऑनलाइन सेक्स रैकेट के इस बिजनेस में ज्यादातर ऐसे लोग हैं जो कम समय में ज्यादा पैसा कमाने के लालच में आ जाते हैं।
- इस रैकेट में शामिल एजेंट्स ऐसी लड़कियों की तलाश करते हैं, जिन्हें पैसों की जरूरत होती है।
- इन लड़कियों की फोटो सेक्स रैकेट के ऑर्गेनाइजर्स को फॉरवर्ड की जाती है। ऑर्गेनाइजर उन लड़कियों को चुनते हैं, जिनसे वो देह व्यापार कराना चाहते हैं।
- लड़कियों को नौकरी दिलाने के नाम पर दूसरे राज्यों से लाया जाता है। एजेंट इन लड़कियों के पेरेंट्स को भी अपने झांसे में ले लेते हैं।
- शुरुआत में फ्लाइट टिकट और बड़े होटलों में स्टे जैसी लग्जरी लाइफ दी जाती है। इन लड़कियों को एल्कोहल और ड्रग्स की लत भी लगा दी जाती है।
- धीरे-धीरे इन्हें देह व्यापार में धकेला जाता है।
कस्टमर्स से सिर्फ एक क्लिक दूर रैकेट
ऐसे सेक्स रैकेट के खिलाफ लगातार काम कर रहीं साइबराबाद की DCP कविता दारा ने बताया...
- अलग-अलग जगहों से लाई गईं लड़कियों का फोटो शूट करवाकर इन्हें और लुभावना बनाने के लिए ऐड मेकर्स को दिया जाता है।
- इन तस्वीरों को अलग-अलग वेबसाइट्स और वॉट्सऐप ग्रुप में सर्कुलेट कर दिया जाता है। फोटो के साथ कॉल सेंटर का नंबर भी ऐड किया जाता है।
- कस्टमर वेबसाइट या वॉट्सऐप के जरिए ऑर्गेनाइजर से कनेक्ट करता है। उसे फोटो दिखाई जाती है।
- रेट फाइनल होने के बाद जगह और समय तय होता है, फिट लड़की वहां पहुंचा दी जाती है।
- कस्टमर्स को लड़कियों का पर्सनल नंबर लेने की इजाजत नहीं होती। सब कुछ ऑर्गेनाइजर मैनेज करता है, पैसे भी वही लेता है।
क्या भारत में देह व्यापार गैर-कानूनी है?
डॉ अनुष्का लॉ कॉलेज से कृष्णराज चौधरी के मुताबिक, 'भारत में वेश्यावृत्ति सीधे तौर पर अपराध नहीं है, क्योंकि दो वयस्क लोग सहमति से संबंध बना सकते हैं।'
- सुप्रीम कोर्ट ने मई 2022 के अपने एक आदेश में कहा कि वेश्यावृत्ति भी एक प्रोफेशन है। अपनी मर्जी से ये पेशा अपनाने वाले सेक्स वर्कर्स को सम्मान से जीवन जीने का हक है।
ऐसे लोग जो लड़कियों को देह व्यापार में धकेलते हैं, ऐसे लोगों को 3 से 7 साल तक की सजा का प्रावधान है।
किसी लड़की को जबरदस्ती वेश्यालय में रखने वालों और जिस्मफरोशी कराने वालों को 7 साल से लेकर उम्रकैद तक की सजा का प्रावधान है।
सार्वजनिक जगहों पर अगर कोई वेश्यावृत्ति करता पाया जाता है, तो उसे 3 महीने की सजा का प्रावधान है।
- भारत में मानव तस्करी पर रोक के लिए काम कर रही संस्था प्रज्जवला के मुताबिक...
- भारत में करीब 1 करोड़ 80 लाख महिलाएं वेश्यावृत्ति या सेक्स स्लेवरी में शामिल हैं।
- भारत में मानव तस्करी के 90% मामले अंतरराज्यीय और 10% अन्तरराष्ट्रीय होते है।
- भारत में हर साल करीब 2 लाख औरतों और बच्चों को वेश्यावृत्ति में धकेला जाता है।
- UNODC की 'ग्लोबल रिपोर्ट ऑन ट्रैफिकिंग इन पर्सन 2020' के मुताबिक तस्करी कर लाए गए 50% लोगों का सेक्शुअल एक्सप्लॉइटेशन होता है....
तस्करी किए गए लोगों से करवाए जाने वाले काम
- यौन उत्पीड़न 50%
- क्रिमिनल एक्टिविटी 6%
- जबरन शादी 1%
- जबरन मजदूरी 38%
- भीख मांगना 1.5%
- बेबी सेलिंग ऑर्गन रिमूवल और अन्य 3.5%
अब एक सेक्स वर्कर की आपबीती, जो उसने हमारे साथी से शेयर की...
"मैं कोलकाता की रहने वाली हूं। मेरे परिवार में माता-पिता, बहन और 7 साल का भाई है। मैं 20 साल की हूं। सिर्फ आठवीं तक ही पढ़ाई की है। मेरे पिता बीमार हैं, वो काम नहीं कर सकते। घर चलाने तक को पैसे नहीं हैं, इसलिए ये काम करना पड़ रहा है। घर वालों को नहीं पता कि मैं यहां ये काम कर रही हूं। यहां रहने के लिए एजेंट ने घर दे रखा है। वहां और भी लड़कियां रहती हैं। सब यही काम करती हैं।"
डिस्क्लेमर : हमने ऑनलाइन सेक्स रैकेट के खुलासे के लिए पूरी देख-रेख में ये इन्वेस्टिगेशन किया है। पाठकों को आगाह करते हैं कि ऐसे किसी प्रॉसेस को फॉलो न करें।
Written By - KR Choudhary
3 टिप्पणियाँ
Bahut hi achi jankari
जवाब देंहटाएंNice
जवाब देंहटाएंNice
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